एक नए अंदाज में इसने दुनिया को है दिखलाया। हिन्दी की बिन्दी को भूलना ना कभी, एक नए अंदाज में इसने दुनिया को है दिखलाया। हिन्दी की बिन्दी को भूलना ना कभी,
मैं वह भाषा हूं, जिसमें तुम अपने जीवन -राग सुनाते हो। मैं वह भाषा हूं, जिसमें तुम अपने जीवन -राग सुनाते हो।
मुझको कोई संकोच नहीं मैं हूं सच्चा भारतवासी। मुझको कोई संकोच नहीं मैं हूं सच्चा भारतवासी।
हिन्दी लेखन की गहराई हिन्दी साहित्य की परछाईं हिन्दी लेखन की गहराई हिन्दी साहित्य की परछाईं
आखिर कब हम समझेंगे, सभी देश अपनी मातृभाषा का प्रयोग शान से करते है, आखिर कब हम समझेंगे, सभी देश अपनी मातृभाषा का प्रयोग शान से करते है,
अँग्रेजी विदेशी भाषा, मुझको रास ना आये। अँग्रेजी विदेशी भाषा, मुझको रास ना आये।